निबंध लेखन का तरीका Class 9 Nibandh lekhan ka tareeka class 9

निबंध लेखन का तरीका Class 9 Nibandh lekhan ka tareeka class 9

हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख निबंध लेखन का तरीका class 9 (Nibandh lekhan ka tareeka class 9) में।

दोस्तों यहाँ पर आपको यह बताया जायेगा की निबंध कैसे लिखते है। तो आइये शुरू करते है, यह लेख निबंध लेखन का तरीका class 9:-

निबंध लेखन का तरीका Class 9 Nibandh lekhan ka tareeka class 9

निबंध लेखन गध की एक विधा है जो हिंदी तथा अक्सर कई भाषाओं में लिखा जाता है। कक्षा 5 से लेकर 12 वी तथा उच्च कक्षाओं में भी निबंध पूँछा जाता है,

इसलिए निबंध लिखने का तरीका का ज्ञान होना चाहिए जिसके द्वारा आप किसी भी विषय पर निबंध लेख पायेंगे। निबंध लेखन का तरीका तीन भागों में बांटा गया है पहला प्रस्तावना जिसमें उस विषय का सामान्य परिचय रहता है दूसरा भाग मुख्य बॉडी होता है

जो निबंध का प्रमुख भाग होता है, जिसमें निबंध के विषय का वर्णन उसका लाभ, हानि कारण उपचार आदि को सिम्मिलित किया जाता है,

इसके बाद तीसरा भाग उपसंहार का होता है, जिसमें उस विषय का निचोड़ सही गलत को बताया जाता है। यहाँ पर कुछ निबंध दिए है जिनसे आपको निबंध लिखने के तरीके का ज्ञान हो जायेगा।

निबंध के कुछ उदाहरण Some example of essay

गाय पर निबंध Essay on cow 


पृथ्वी पर बहुत से ऐसे जानवर हैं, जो पालतू है, लेकिन उन पालतू जानवरों में से एक जानवर है, जिसे गाय कहा जाता है। गाय हिंदुओं का सबसे पवित्र (Secred) पशु माना जाता है।

और हिन्दू इसे गौ माता के नाम से भी पुकारते हैं। वैदिक काल (Vaidic Age) में भी गाय का महत्वपूर्ण उल्लेख किया गया है. ऋषि मुनि भी गायों को अपने आश्रम में पाला करते थे।

कुछ समय पहले गांव में प्रत्येक घर में गाय पाली जाती थी, क्योंकि गाय एक सीधी-सादी और शांति प्रिय पशु है, और दूध भी देती है। शास्त्रों में कामधेनु गाय का भी वर्णन किया गया है।

जो एक चमत्कारिक गाय थी और समुद्र मंथन के द्वारा समुद्र से निकली थी। यह कामधेनु गाय देवराज इंद्र के पास है। कहा जाता है, कि कामधेनु गाय किसी भी प्रकार की वस्तु तुरंत प्रकट कर सकती है।

पूरा लेख पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें :- गाय पर निबंध

मेट्रो ट्रैन पर निबंध Essay on Metro train 

मनुष्य इस सृष्टि की सबसे अद्भुत रचना है, क्योंकि मनुष्य के पास सोचने समझने और विचारने की एक ऐसी अद्भुत क्षमता, शक्ति है,

जो विश्व के किसी भी जीव में नहीं है। इसी कारण मनुष्य आज ऊँचाइयों के शिखर पर पहुँचता जा रहा है। प्राचीन काल में मनुष्य की हालत बहुत ही दयनीय थी।

क्योंकि उस समय किसी भी प्रकार की विशेष सुविधाएँ उपलब्ध नहीं थी। लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए पैदल चला करते थे, और काफी समय नष्ट हो जाता था जो असुरक्षित भी था।

यहाँ तक कि उन्हें छोटी से छोटी दूरी जाने के लिए कई दिनों तक का भी समय लग जाता था। धीरे-धीरे मनुष्य ने यातायात (Transportation) के लिए जानवरों का इस्तेमाल शुरू कर दिया घोड़ा, गधा, 

बैल ऊंट आदि के द्वारा वे एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते थे। किंतु धीरे-धीरे मनुष्य ने अपनी बुद्धि के बल के द्वारा यातायात के इस प्रकार के साधन उपलब्ध कर लिए जो घंटा तो क्या

 
मिनटों में कई किलोमीटर की दूरी तय कर लेते हैं। इनमें से एक यातायात का साधन है "मेट्रो ट्रेन सेवा" मेट्रो ट्रेन सेवा विश्व के महानगरों में चलने वाली एक भूमिगत रेल सेवा है, जो सुरक्षित होने के साथ ही साथ आवागमन का एक शक्तिशाली माध्यम है।

पूरा लेख पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें:- मेट्रो ट्रैन पर निबंध

डाकिया पर निबंध Essay on postmen

डाकिया एक बहुत ही परिश्रमी व्यक्ति होता है, जो सर्दी बरसात, गर्मी सभी ऋतुओं (Season) में अपना काम बड़ी ही मेहनत और ईमानदारी से करता है।

डाकिया जैसा परिश्रमशील कोई व्यक्ति हो ही नहीं सकता जो बहुत ही कम तनख्वाह पर अपना काम पूरी निष्ठा तथा ईमानदारी के साथ समय पर करता है।

डाकिया (Postman) आमतौर पर एक व्यक्ति ही होता है लेकिन अब डाकिया का काम महिलाएँ भी करने लगी है। डाकिया खाकी वर्दी पहनते हैं तथा कभी-कभी वे टोपी भी लगा लेते है।
 
यह खाकी की ड्रेस ही डाकिया की पहचान होती है। डाकिया पूरे गाँव को जानता है, वह गांव की हर गली मोहल्ला तथा गांव के सभी लोगों से परिचित होता है।

क्योंकि उसका काम ही चिट्ठी मनीआर्डर और पर्सलों को सही पतों पर पहुंचाना होता है। डाकिया के पास एक थैला (Bag) होता है, जिसमें वह सभी प्रकार की सामग्री रखता है

तथा साइकिल पर या फिर पैदल ही उन चिट्ठीयो को मनीआर्डर को और पर्सलों को सही समय पर और सही पते पर पहुंचाने का कार्य करता है।

पूरा लेख पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें :- डाकिया पर निबंध

पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध Essay on Environmental Pollution


पर्यावरण (Environment ) शब्द का अर्थ वह वातावरण है जो हमें चारों और से घेरे हुए है। और जब इस पर्यावरण में कुछ ऐसे तत्व आकर मिल जाते है,

जिससे पर्यावरण में रह रहे जीव जंतुओं तथा वनस्पतियों पर बुरा प्रभाव पड़ता है उस स्थिति को पर्यावरण प्रदूषण (Environment Pollution) कहा जाता है।

बढ़ती हुई जनसंख्या (Population) गरीबी (Poverty) बेरोजगारी (Unemployment) ओधोगीकारण (Industrilization) पर्यावरण प्रदूषण के कारण है जिससे पर्यावरण के प्राकृतिक घटक, हवा, पानी मिट्टी सब लगातार प्रदूषित हो रहे है।




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